मुक्तक March 14, 2014 By explorer Leave a Comment मुक्तक सेहरा में दिल की चाह का खोलते पिटारा जब कभी मचलते हमारी मोहब्बत को ज़माने के लोग सभी; लिखते हैं अहसासों भरी ग़ज़लें सिर्फ तुम्हारे लिए नहीं करते किसी गैर पर वरना इनायत हम कभी। Share this...
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